बाबर: मुग़ल साम्राज्य का संस्थापक
July 29, 2025
ज़हीर-उद-दीन मुहम्मद बाबर का जन्म 14 फरवरी 1483 को फरग़ना (उज्बेकिस्तान) में हुआ था। वह तैमूर (पिता की ओर) और चंगेज़ खान (माता की ओर) की वंशज था। बाबर ने कई असफल प्रयासों के बाद 1526 में भारत में मुग़ल साम्राज्य की स्थापना की।
यह पृष्ठ प्रतियोगी परीक्षाओं के दृष्टिकोण से बाबर के जीवन, युद्ध, प्रशासन, योगदान और महत्त्वपूर्ण तथ्यों को सरल भाषा में प्रस्तुत करता है। UPSC, SSC, रेलवे, राज्य लोक सेवा आयोग जैसी परीक्षाओं में पूछे जाने वाले प्रश्नों को ध्यान में रखकर यह सामग्री तैयार की गई है।
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बाबर के प्रमुख युद्ध
- 1526 – पानीपत की पहली लड़ाई: इब्राहीम लोदी को हराकर दिल्ली सल्तनत का अंत किया।
- 1527 – खानवा की लड़ाई: राणा सांगा को पराजित कर मेवाड़ और राजपूत प्रभाव को कम किया।
- 1528 – चंदेरी की लड़ाई: मेदिनीराय को हराकर बुंदेलखंड पर अधिकार।
- 1529 – घाघरा की लड़ाई: महमूद लोदी और अफगानों को हराया।
प्रशासनिक योगदान
- बाबर ने स्थानीय सरदारों को अधीन करके सत्ता चलाई।
- उसकी शासन व्यवस्था तुर्क-मंगोल प्रणाली पर आधारित थी।
- हालांकि शासनकाल छोटा था, लेकिन मुग़ल साम्राज्य की नींव मजबूत की।
सांस्कृतिक और स्थापत्य विरासत
- बाबर एक कवि और लेखक था। उसकी आत्मकथा ‘बाबरनामा’ ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है।
- बाबर को चारबाग शैली में बागवानी का शौक था – काबुल और आगरा में बाग बनवाए।
- उसने भारतीय स्थापत्य शैली को फारसी और तुर्क शैली से जोड़ा।
मृत्यु और उत्तराधिकार
बाबर की मृत्यु 26 दिसंबर 1530 को आगरा में हुई। वह अपने पुत्र हुमायूं को उत्तराधिकारी बनाकर गया, जो उसका उत्तराधिकारी बना।
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्त्वपूर्ण तथ्य
- बाबर तैमूरी वंश का था और उसकी माँ मंगोल वंश की थी।
- बाबरनामा – तुर्की में लिखी गई आत्मकथा (बाद में फारसी में अनुवाद)।
- चार प्रमुख युद्ध – पानीपत, खानवा, चंदेरी, घाघरा।
- उसे बागवानी, कविता और युद्धनीति में विशेष रुचि थी।
- भारत में मुग़ल शासन की स्थायी नींव उसी ने रखी।
बाबर के पुत्रों द्वारा सत्ता का विभाजन
बाबर के कई पुत्र थे, जिनमें हुमायूं को भारत का सिंहासन मिला। अन्य पुत्रों को अफगानिस्तान, बदख्शां आदि क्षेत्र दिए गए। लेकिन बाद में सत्ता का प्रमुख केंद्र दिल्ली और आगरा ही बना।
यह पृष्ठ खासकर UPSC, SSC, PCS, NDA, CDS, रेलवे और अन्य परीक्षाओं के लिए इतिहास विषय के तहत बाबर से जुड़े सवालों की तैयारी हेतु तैयार किया गया है।